Sunday, September 12, 2010

आज तक और हिन्दू साधू संतों का अपमान

11/09/2010 को आज तक समाचार चैनेल (सबसे तेज) पर कुछ प्रतिष्ठित हिन्दु संतो का स्टिंग आपरेसन दिखाया गया। यह इपिसोड आजतक लगातार हर एक दो घंटे के अतंराल पर दिखा रहा है। मै यह सोचने पर मजबूर हूँ कि आखिर आजतक जैसे चैनेल को यह बेतुकी (बेतुकी इसलिए कि जब हजारों बर्निंग Issues मौजूद हो तो इस प्रकार का स्टिंग आपरेसन क्यों?) क्यों सुझी।

अभी कुछ दिन पहले ही हमारे गृह मंत्री श्री पी चिदम्बरम मे भगवा आतंकबाद का सिगुफा छोडा था जिसका पूरे भारत मे जबरदस्त विरोध हुआ, काश्मीर समस्या से निपटने मे असफल, विभिन्न घोटालों और आरोपों से घिरी केन्द्रीय सरकार, आमजन का ध्यान इन सबसे से हटाने का इससे अच्छा कोई मुद्दा हो ही नहीं सकता था, और हुआ भी वही। आम बुद्धिजीवी एवं शहरी चिदम्बरम जी के भगवा आतंकवाद के बहस मे लग गई।

 

भारत के आम बुद्धिजीवी, आम जन का ध्यान निम्न घटनाओं से हटाने का इससे अच्छा और कोई खबर नहीं हो सकता है। दूरदर्शन आम शहरी नहीं देखते है। और दूरदर्शन के द्वारा इस प्रकार का विवादास्पद खबर प्रसारित करना कठिन था, इस काम के लिए सरकारी विज्ञापनों और पुरस्कारों की ओर गिद्ध दृष्टि लगाये, प्राईवेट और तथाकथित सबसे तेज चैनेल आजतक से अच्छा कोई नहीं होता

  

1)      सितम्बर मे होने वाले कामनवेल्थ खेलों के आयोजन मे करोड़ों रुपये का घोटाला। इस घोटाले ने पिछले सभी घोटालों का रिकार्ड तोड दिया। और घोटालों मे लिप्त रहे सोनिया जी के सबसे निकटतम व्यक्ति शीला दीक्षित और  सुरेश कलमाडी”.  आश्चर्यचकित करने वाली बात यह रही कि सारा घोटाला दिल्ली मे भारत सरकार के नाक के नीचे  होता रहा और  ईमानदारी के मिसाल  हमारे प्रधानमंत्री या खेल मंत्री को भनक भी नहीं लगा, यह समझ मे नही आता।

देश के बहुचर्चित पशुपालन घोटाला, और झारखंड का मधुकोडा घोटाला (जो   कांग्रेसियों के संरक्षण मे ही हुआ) का आकार और प्रकार भी कामनवेल्थ खेलों में होने वाले घोटालों के सामने काफी छोटा है। 

 

2)      कांग्रेस सरकार मे होने वाले दूर संचार मंत्रालय का 2G स्पेकट्रम घोटाला जो कि करीब 2000 करोड़ का है, से आम पब्लिक का ध्यान हटाना आवश्यक था।

 

3)      उपरोक्त घोटालों को रफा दफा करने में मदद करने के लिए एक सर्वाधिक विवादास्पद व्यक्ति  Mr.P. J. Thomas  जो कि सोनिया जी के न सिर्फ काफी करीबी है, वरन  तथाकथित 2G स्पेकट्रम घोटाला  मे संलिप्त भी है को भारत का मुख्य सतर्कता अधिकारी के पद पर, सारे विरोधों को दर-किनार कर नियुक्ति किया जाना। यानी बिल्ली को ही दूध का पहरेदार बना देना।

 

4        गुजरात के भारतीय जनता पार्टी नेता अमित साह के द्वारा सुप्रीम कोर्ट को कटघरे मे खड़ा करना जिसमे सीधे मनमोहन सरकार भी फँसती नजर आ रही है,

 

5        कश्मीर में लाखों हिन्दुओं को निकाल बाहर कर उनके घर खेत पर कब्जा जमा लेने वाले कश्मीरी नेताओं ने अब सरदारों को  कश्मीर से भाग जाने का फरमान जारी किया है। पूरे विश्व मे सरदारों के संगठित होने के कारण ही भारत की संसद में आबाज उठायी गयी पर कश्मीरी से भागे हुए बेचारे उन हिन्दु पंडितों की पीड़ा का प्रसारण शायद ही किसी चैनेल ने किया है। क्यों  कि हिन्दू संगठित वोट वैंक नहीं हैं।

 

6        एक तरफ भारत के विभिन्न हिस्सों मे खराब रख रखाब के कारण लाखों टन अनाज (गेहुँ) सड़ गया और दुसरी तरफ करोड़ों लोग जबरदस्त सुखे और बाढ के   कारण भूखे मरने को विवश है। तभी तो सुप्रीम कोर्ट को भी हस्तक्षेप करना पड़ा कि गोदामों मे सड़ रहे अनाजों को गरीबों में मुफ्त बाँट दिया जाय। पर सरकार सुप्रीम कोर्ट को ही उसकी सीमा बताने मे लग गई। और बेचारे गरीब भुख से मरने को विवश हैं।

 

वैसे तो कई ज्वलंत समस्यायें हैं जिस पर आजतक चैनल के माध्यम से बहुत जोरदार ढंग से  उठाया ज सकता था , पर इससे उसे करोड़ो रुपये के सरकारी विज्ञापणों से मरहुम होना पड़ता। चूकिं हिन्दूओं का कोई सशक्त संगठन नहीं हैं, और हिन्दू स्वभाव से सहिष्णु हैं अत: हिन्दू संतों का अपमान किया जा सकता है। यदि इस चैनल मे दम है तो मदरसों और मस्जिदों मे होने बाले क्रिया कलापों का, मौलवियों का, स्टिंग आपरेशन  करके दिखाये। केरल के प्रोफेसर साहब के जैसा हाथ काट लिया जायेगा। मस्जिदों, चर्चों मे विदेशों से अवैध रुप से आने वाले धन की  खोजी पत्रकारिता करते, स्टिंग आपरेशन करते तो आपकी निष्पक्षता और हिम्मत का मै दाद देता।

 

यह भारत ही है जहाँ आतंकवादियों (सोहराबुद्दीन और ईशरत जहाँ) को मारने पर देश भक्त सिपाहियों(वरिष्ट पुलिस पदाधिकारियों) को जेल भेजा जाता है, और अफजल गुरु और कसाब जैसे आतंकवादियों के सुरक्षा और मेहमाननवाज़ी में करोड़ो रुपया प्रति माह खर्च किया जाता है।      

आजतक एकबार फिर सोचे हिन्दू  धर्म गुरुओं को बदनाम कर क्या हासिल करना चाहती है। क्या उनके अनुयायियों कि संख्या घटेगी, नहीं बिल्कूल, नहीं क्यों कि भारत में गुरुओं के दोषों को देखने की परंपरा नहीं हैं। हाँ, आजतक को श्री चिदम्बरम साहब के द्वारा कई ईनाम और विज्ञापन अवश्य मिल जायेगें।    

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