80 साल की बुजुर्ग ने दिया बच्चे को जन्म
66 साल की उम्र में मां बनने वाली हरियाणा की भटेरी देवी और 72 साल में मां बनी राजो देवी का रेकॉर्ड अब मेरठ की 80 साल की बुजुर्ग गजना ने तोड़ दिया है। इन विट्रो फर्टिलाइजेशन (आईवीएफ) तकनीक की मदद से गजना ने न सिर्फ गर्भधारण किया, बल्कि एक स्वस्थ बच्चे को जन्म भी दिया है।
एनसीआर में मेरठ के दोघट कस्बे की रहने वाली गजना की पहले से 7 बेटियां हैं। इनका एक 18 साल का बेटा भी था, जिसकी पिछले साल सड़क हादसे में मौत हो गई थी। इस हादसे ने परिवार को झकझोर कर रख दिया। इंद्रपाल को जब टेस्ट ट्यूब के जरिए बच्चा पैदा करने की संभावना का पता लगा तो उसे उम्मीद की आखिरी किरण दिखाई दी।
तुरंत ही वह विशेषज्ञ डॉक्टरों से जाकर मिला और आईवीएफ ट्रीटमेंट के जरिए पत्नी को गर्भधारण कराने की विनती की। डॉक्टरों ने इस कपल की मदद में कोई कसर नहीं छोड़ी और इसका नतीजा यह निकला कि 60 साल की सबसे बड़ी बेटी की मां गजना गर्भधारण करने में सफल रहीं। अब जबकि गजना ने स्वस्थ बालक को जन्म दे दिया है, परिवार की खुशियां फिर लौटने लगी है। सातों बहनें भी नए मेहमान के आने से खुश हैं। बुजुर्ग दंपती बार-बार डॉक्टरों के साथ कुदरत को भी शुक्रिया अदा कर रहे ह
66 की उम्र में 38 पत्नियां, 94 संतानें
बक्तवांग (मिजोरम)।। मिजोरम में बक्तवांग से करीब 100 किमी दूर बसे एक खूबसूरत गांव में दुनिया की सबसे बड़ी फैमिली बसती है। यहां एक ही छत के नीचे 162 लोगों का एक विशाल परिवार हंसी-खुशी रह रहा है। इस परिवार के मुखिया और समुदाय के प्रमुख हैं 66 साल के जिओना। इनकी 38 पत्नियां हैं और 94 बच्चे हैं। इन 94 बच्चों में से कुछ की शादी हो गई है और उनके भी बच्चे हो चुके हैं।
सभी लोग जिस इमारत में रह रहे हैं उसका नाम छुअन दैट रन है, जिसका मतलब होता है पीढ़ी का मकान। जिओना की एक पत्नी ने बताया कि मेरे बेटे इमारत में अलग-अलग कमरों में रहते हैं पर सभी का रसोईघर एक ही है जहां पूरे परिवार के लिए एक साथ भोजन बनता है। उसने बताया कि अगर हम मांस खाना चाहते हैं तो कम से कम 30 से 35 किलो मांस हमारे यहां पकता है। डिनर के लिए हमें करीब 50 किलो चावल की जरूरत पड़ती है। कम्यूनिटी के सदस्यों की संख्या करीब 3,000 है जो करीब 350 मकानों में रहते हैं।
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